Software
Software code |
सॉफ्टवेयर एक इंस्ट्रक्टर है जो कंप्यूटर को विशिष्ट कार्यों को करने के लिए instruction देता है इंस्ट्रक्शन के इस सेट को प्रोग्राम के रूप में जाना जाता है यह सॉफ्टवेयर जो computer पर चल रहे होते हैं बाइनरी कोड जीरो वन के रूप में होते हैं लेकिन बनेरी के रूप में सॉफ्टवेयर लिखना असंभव और थकाऊ है इसलिए इंजीनियरों ने कई सारे प्रोग्रामिंग लैंग्वेज जैसे सी,सी प्लस प्लस , जावा पाइथन आदि को बनाया है ।
how to develop a software
किसी भी प्रोग्राम को किसी लैंग्वेज का उपयोग करके लिखा जा सकता है जो किसी भी इंसान की समझ में आ जाती है जिसे प्रोग्रामिंग लैंग्वेज की जानकारी होती है इसे source code कहा जाता है और compiling process की सहायता से source code को बनाने के बाद executable file में बदल दिया जाता है कोई भी सिंपल प्रोग्राम डेवलपर उचित समय में लिखा जा सकता है और बड़े-बड़े code के साथ कुछ कुछ समस्याएं भी हो सकती हैं हम इसे bugs कहते हैं सॉफ्टवेयर का एक हिस्सा पब्लिक के लिए जारी किए जाने पर भी सॉफ्टवेयर डेवलपर को bugs को ठीक करना जारी रखना होता है और सॉफ्टवेयर को और बेहतर बनाना होता है यही कारण है सॉफ्टवेयर में समय-समय पर अपडेट और नए संस्करण आते रहते हैं software 2 अलग अलग तरीके से बनाया जा सकता है
Software developer |
1. Proprietary:- प्रोपराइटरी सॉफ्टवेयर कंपनी के स्वामित्व वाला सॉफ्टवेयर बेचने के लिए बनाया जाता है इसके सोर्स कोड को पब्लिक के लिए जारी नहीं किये जाते , केवल software जारी किया जाता है ।
2. Open sorce software:- ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर फ्री होते हैं जिनके सोर्स कोड को कोई भी एक्सेस कर सकता है ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर के मालिक को डोनेशन से पैसा मिलता है।
Type of software
1. application software
Example- MS word, MS Excel, MS PowerPoint, MS access, Gmail, Netflix ,Google docs, Google Drive , PDF etc
Ms Excel |
Ms Word |
2. System software:-
Example:- OS(operating system), firmware etc.
सिस्टम सॉफ्टवेयर होते हैं जो कंप्यूटर के हार्डवेयर को मैनेज करता है सिस्टम सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर को चलाने के लिए एक मंच प्रदान करने के लिए भी डिजाइन किया जाता है ।
जैसे - OS , Device Driver, Utilities etc.